नैतिक शिक्षा

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक गरीब किसान रहता था। किसान बहुत ही ईमानदार और मेहनती था। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ एक छोटी सी झोपड़ी में रहता था।

एक दिन किसान खेत में काम कर रहा था। तभी उसे एक सोने का सिक्का मिला। किसान ने सिक्का उठाया और उसे अपने घर ले गया। उसने अपनी पत्नी को सिक्का दिखाया और कहा, “यह देखो, मुझे खेत में एक सोने का सिक्का मिला है।”

पत्नी ने सिक्का देखा और कहा, “यह बहुत अच्छा है। अब हम इस सिक्के से अपना जीवन बेहतर बना सकते हैं।”

किसान ने कहा, “लेकिन यह सिक्का हमारा नहीं है। हमें इसे वापस उसके असली मालिक को देना चाहिए।”

पत्नी ने कहा, “लेकिन हमें इस सिक्के की बहुत जरूरत है। हम इसका इस्तेमाल करके अपने बच्चों के लिए कपड़े और भोजन खरीद सकते हैं।”

किसान ने कहा, “लेकिन ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण है। हमें गलत काम नहीं करना चाहिए।”

अगले दिन किसान शहर गया और उसने सिक्के का ऐलान करवाया। उसने कहा, “मुझे खेत में एक सोने का सिक्का मिला है। यदि कोई इसका असली मालिक है, तो वह मुझसे संपर्क कर सकता है।”

कुछ दिनों बाद, एक आदमी किसान के पास आया और उसने कहा, “मैं उस सोने के सिक्के का असली मालिक हूँ।”

किसान ने आदमी से पूछा, “क्या आप मुझे बता सकते हैं कि आपको सिक्का कैसे खो गया?”

आदमी ने कहा, “मैं एक व्यापारी हूँ। मैं कुछ दिन पहले इस गाँव से गुजर रहा था। तभी मेरा सिक्का खो गया था।”

किसान ने आदमी को सिक्का वापस दे दिया। आदमी बहुत खुश हुआ और उसने किसान को धन्यवाद दिया।

किसान की ईमानदारी से सभी लोग बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने सीखा कि ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण है। हमें हमेशा ईमानदारी से काम करना चाहिए।

*नैतिक शिक्षा:*

* ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण है।
* हमें हमेशा ईमानदारी से काम करना चाहिए।
* गलत काम करके हम कभी भी सुखी नहीं रह सकते।
हर्षा दलवाड़ी तनु

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