10 lines short stories filled with bravery and fearlessness, suitable for telling children at bedtime in Hindi:

Table of Contents

  10 lines short stories filled with bravery and fearlessness, suitable for telling children at bedtime in Hindi:(  रात्रि को सोते समय बच्चो को सुनाई जाने वाली हिंदी भाषा में वीरता और निडरता से भरी हुई 10 लाइन में लिखी हुई हुई कहानियां |)

DESCRIPTION: इन कहानियों में बच्चों को सोते समय सुनाकर उनको सोचने, समझने और छोटी सी बात को किस तरह से अच्छी तरह से बयान कर सकते है यह सीखने को मिलता है, और हमारा प्रयास यही है कि इन छोटी छोटी कहानियां पढ़कर उनके जीवन में नया सीखे. हर कहानी कुछ न कुछ नई बात सिखाती है.

  • कहानी 1: “गाँव का रक्षक”
  • कहानी 2: “जंगल की रानी”
  • कहानी 3: ” पर्वत का योद्धा”
  • कहानी 4: “समुद्री योद्धा”
  • कहानी 5: “रेगिस्तान का सपूत”
  • कहानी 6: “महिला योद्धा”
  • कहानी 7: “अग्नि योद्धा”
  • कहानी 8: “जंगल का रक्षक”
  • कहानी 9: “शूरवीर किसान”
  • कहानी 10: “पर्वत की बेटी”
  • कहानी 11: “साहसी नाविक”
  • कहानी 12: “वीर सिपाही”
  • कहानी 13: “नगर की रक्षक”
  • कहानी 14: “स्कूल की नायक”
  • कहानी 15: “गुफा का योद्धा”
  • कहानी 16: “बर्फ का योद्धा”
  • कहानी 17: “तूफान का नायक”
  • कहानी 18: “जलती ट्रेन का योद्धा”
  • कहानी 19: “गांव की बहादुर बेटी”
  • कहानी 20: “ज्वालामुखी का नायक”

 

कहानी 1: “गाँव का रक्षक”

 

एक छोटे से गाँव में दस्युओं का आतंक फैला हुआ था। लोग डर के मारे घरों में छिपे रहते थे। एक दिन, रामू नाम का एक युवा गाँववाला, अपनी निडरता और साहस का परिचय देते हुए, अकेले ही दस्युओं का सामना करने का निर्णय लेता है। वह चुपके से उनके ठिकाने पर पहुँचता है और चालाकी से एक-एक कर सभी दस्युओं को मात देता है। जब सुबह होती है, तो गाँववाले यह देखकर हैरान रह जाते हैं कि दस्यु पकड़े जा चुके हैं और रामू गाँव का नायक बन चुका है।

कहानी 2: “जंगल की रानी”

 

रानी दुर्गा एक दिन जंगल में शिकार के लिए जाती हैं। अचानक, एक शेर उन पर हमला कर देता है। रानी दुर्गा डरने के बजाय अपनी तलवार निकालती हैं और शेर से मुकाबला करती हैं। शेर के तीखे दाँत और नाखून भी रानी दुर्गा की वीरता के आगे हार मान लेते हैं। वह शेर को पराजित करती हैं और सुरक्षित रूप से वापस लौटती हैं। उनकी बहादुरी पूरे राज्य में मिसाल बन जाती है।

कहानी 3: ” पर्वत का योद्धा”

 

एक पर्वतारोही दल हिमालय की ऊँचाइयों पर चढ़ाई कर रहा था। अचानक, एक भयंकर बर्फीला तूफान आ जाता है। दल के नेता अर्जुन ने अपने अनुभव और साहस का परिचय देते हुए, सभी सदस्यों को सुरक्षित आश्रय स्थल तक पहुँचाने का बीड़ा उठाया। तूफान के बावजूद, अर्जुन की वीरता और निडरता की वजह से सभी सदस्य सुरक्षित बच जाते हैं और वे एक सच्चे नायक के रूप में उभरते हैं।

कहानी 4: “समुद्री योद्धा”

 

कप्तान राजेश अपने जहाज के साथ समुद्र में यात्रा कर रहे थे, जब अचानक समुद्री डाकुओं ने हमला कर दिया। कप्तान ने बिना किसी डर के अपनी टीम का नेतृत्व किया और डाकुओं का साहसपूर्वक सामना किया। अंततः, कप्तान और उनकी टीम ने डाकुओं को पराजित किया और समुद्र में शांति स्थापित की। उनकी वीरता और निडरता ने उन्हें एक सच्चे नायक के रूप में प्रतिष्ठित किया।

कहानी 5: “रेगिस्तान का सपूत”

 

एक छोटे से गाँव में पानी की भारी कमी थी। मोहन, गाँव का एक युवक, अपनी जान की परवाह किए बिना रेगिस्तान को पार करने का निर्णय लेता है ताकि दूर स्थित नदी से पानी ला सके। रास्ते की कठिनाइयों का सामना करते हुए, मोहन सफलतापूर्वक पानी लेकर गाँव वापस आता है और अपने गाँव को जीवनदान देता है। उसकी वीरता और साहस की कहानी पूरे गाँव में फैली हुई है।

कहानी 6: “महिला योद्धा”

 

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में अपने राज्य की रक्षा के लिए अदम्य साहस दिखाया। अपने छोटे बेटे को पीठ पर बाँधकर उन्होंने दुश्मनों से युद्ध किया। उनकी बहादुरी और निडरता ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उन्हें अमर बना दिया। रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की कहानियाँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं।

कहानी 7: “अग्नि योद्धा”

 

अग्निशमनकर्मी रवि ने एक जलते हुए भवन में फंसे लोगों को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। धुएं और आग के बीच से गुजरते हुए, रवि ने कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी वीरता और साहस ने उन्हें एक सच्चे नायक के रूप में स्थापित किया। रवि की बहादुरी की कहानी आज भी लोगों के दिलों में जीवित है।

कहानी 8: “जंगल का रक्षक”

 

वन अधिकारी सीमा को खबर मिली कि शिकारी जंगल में प्रवेश कर गए हैं। उसने बिना देरी किए अपनी टीम के साथ जंगल में घुसकर शिकारियों का सामना किया। साहस और निडरता के साथ उसने शिकारियों को गिरफ्तार किया और जंगल के जीव-जंतुओं की रक्षा की। सीमा की वीरता ने जंगल और उसके निवासियों को बचाया।

कहानी 9: “शूरवीर किसान”

 

किसान रमेश के खेत में एक दिन आग लग गई। रमेश ने बिना समय गंवाए आग बुझाने के लिए दौड़ लगाई। अपने परिवार और पड़ोसियों के साथ मिलकर, उसने आग को फैलने से रोका। उसकी वीरता ने न केवल उसकी फसलें बल्कि पूरे गाँव को भी बचा लिया। रमेश की बहादुरी की कहानी आज भी गाँव में सुनाई जाती है।

कहानी 10: “पर्वत की बेटी”

 

नेहा, एक पर्वतारोही, ने हिमालय की सबसे ऊँची चोटी पर चढ़ाई करने का साहसिक निर्णय लिया। रास्ते में उसने एक अन्य पर्वतारोही को गंभीर हालत में पाया। नेहा ने अपने अभियान को छोड़कर उसकी जान बचाने का निर्णय लिया। उसकी वीरता और निडरता की कहानियाँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं।

कहानी 11: “साहसी नाविक”

 

गंगा नदी में एक तूफान आ गया था। गाँव के लोग अपनी नावों को किनारे पर खींच रहे थे। लेकिन किशन, एक युवा नाविक, ने अपनी नाव में फंसे लोगों को बचाने का साहसिक निर्णय लिया। उसने एक-एक करके सभी को सुरक्षित किनारे पर लाया। उसकी साहसिकता की चर्चा पूरे गाँव में हुई और लोग उसे एक नायक के रूप में मानने लगे।

कहानी 12: “वीर सिपाही”

 

सीमा पर तैनात सिपाही अजय ने दुश्मनों के हमले का सामना करते हुए अपनी पोस्ट को बचाया। दुश्मनों की संख्या अधिक थी, लेकिन अजय ने हिम्मत नहीं हारी। अपनी बुद्धिमानी और वीरता के साथ उसने दुश्मनों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। उसकी वीरता ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया और उसे सम्मानित किया गया।

कहानी 13: “नगर की रक्षक”

 

शहर में एक बार बाढ़ आ गई थी। सारा नगर जलमग्न हो गया था। युवा लड़की मीना ने अपनी नाव में बैठकर फंसे हुए लोगों को बचाना शुरू किया। दिन-रात मेहनत करके उसने कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। उसकी बहादुरी ने नगरवासियों के दिलों में खास जगह बनाई और उसकी सराहना की गई।

कहानी 14: “स्कूल की नायक”

 

स्कूल में आग लग गई थी और बच्चे अंदर फंसे हुए थे। शिक्षक सुनीता ने बिना डरे बच्चों को बाहर निकालना शुरू किया। एक-एक करके उसने सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला और खुद भी बाहर आई। उनकी वीरता के कारण सभी बच्चों की जान बची और स्कूल ने उन्हें सम्मानित किया।

कहानी 15: “गुफा का योद्धा”

 

एक साहसिक अभियान के दौरान, आदित्य और उसकी टीम एक गहरी गुफा में फंस गए। रास्ता बंद हो चुका था और अंधेरा था। आदित्य ने हिम्मत नहीं हारी और अपने नेतृत्व कौशल से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी इस साहसिक घटना की प्रशंसा सबने की और उनकी कहानी सुनाई जाने लगी।

कहानी 16: “बर्फ का योद्धा”

 

रोहन और उसकी टीम बर्फीली पहाड़ियों में फंस गए थे। खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा था। रोहन ने अपने साहस और निर्णय क्षमता का उपयोग करते हुए सभी को सुरक्षित रास्ते पर लाया और सभी को सुरक्षित गाँव पहुँचाया। उसकी वीरता और निडरता की कहानियाँ आज भी सुनाई जाती हैं और लोग उससे प्रेरणा लेते हैं।

कहानी 17: “तूफान का नायक”

 

मछुआरा सुरेश समुद्र में फंसा हुआ था जब एक भयंकर तूफान आ गया। अपनी नाव और साथी मछुआरों को सुरक्षित रखने के लिए सुरेश ने अपनी पूरी ताकत और बुद्धिमानी का उपयोग किया। आखिरकार, उसने सभी को सुरक्षित किनारे पर पहुँचाया और एक सच्चे नायक के रूप में उभरा।

कहानी 18: “जलती ट्रेन का योद्धा”

 

एक यात्री ट्रेन में आग लग गई थी। यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई थी। ट्रेन का गार्ड राकेश ने बिना डरे एक-एक डिब्बे में जाकर यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया। उसकी वीरता और तत्परता के कारण कई जानें बचाई जा सकीं। राकेश की बहादुरी की कहानी सभी यात्री याद रखते हैं।

कहानी 19: “गांव की बहादुर बेटी”

 

सीमा अपने गाँव में अकेली थी जब कुछ अजनबी गाँव में घुस आए। सीमा ने अपने साहस का परिचय देते हुए उन्हें रोका और गाँववालों को सतर्क किया। उसकी बहादुरी ने गाँववालों को सतर्क कर दिया और सभी ने मिलकर अजनबियों को भागने पर मजबूर कर दिया। सीमा की वीरता की कहानी गाँव में आज भी सुनाई जाती है।

कहानी 20: “ज्वालामुखी का नायक”

 

एक पहाड़ी गाँव के पास स्थित ज्वालामुखी अचानक फट पड़ा। गाँव के लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। गाँव में अफरा-तफरी का माहौल था। राजू, जो गाँव का एक साहसी युवक था, ने हालात को संभालने का बीड़ा उठाया। उसने बिना समय गंवाए गाँववालों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का निर्णय लिया।

राजू ने सबसे पहले बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने की योजना बनाई। उसने गाँववालों को संगठित किया और सभी को शांत रहने के लिए प्रेरित किया। राजू ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक-एक घर जाकर लोगों को बाहर निकाला। भयानक धुआं और गर्मी के बावजूद, उसने हिम्मत नहीं हारी और सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल हुआ।

जब तक बचाव दल पहुंचा, तब तक राजू ने अपनी वीरता और सूझबूझ से पूरे गाँव को सुरक्षित स्थान पर पहुँचा दिया था। उसकी इस बहादुरी और निडरता ने गाँववालों की जान बचाई। राजू की वीरता की यह कहानी गाँव में सदियों तक याद रखी गई और उसे सच्चे नायक के रूप में सम्मानित किया गया।

हर्षा दलवाड़ी तनु

  • Read more stories? So click on this link “Stories heard from grandmother at bedtime”in hindi language https://shortstorymaster.com/stories-heard-from-grandmother-at-bedtimein-hindi-language/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *